आजकल गुर्दे की पथरी की समस्या बढ़ चुकी है, खासकर भारत में। एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में हर साल लगभग 10 लाख लोग गुर्दे की पथरी के शिकार हो जाते हैं। यह एक चिंताजनक संकेत है कि हमारे खानपान और जीवनशैली में कुछ गलत हो रहा है। इसलिए इस समस्या को समझना और इसका समाधान ढूंढना महत्वपूर्ण है।
गुर्दे की पथरी क्या होती है
गुर्दे की पथरी, या किडनी स्टोन, एक सामान्य समस्या है जो गुर्दे के अंदर बनी होती है। यह अवशोषण के दौरान अधिक मात्रा में शरीर के अंदर बच जाने वाले पदार्थों का निकट स्थान पर जमा होने के कारण होती है। जब शरीर के अंदर मौजूद पानी, साल्ट्स, या अन्य खनिज तत्वों की मात्रा अधिक हो जाती है, तो ये पदार्थ एकत्रित होकर छोटे रोब की शक्ति से संघटित हो जाते हैं। इन रोबों का आकार विभिन्न होता है, लेकिन बड़े रोब को 'पथरी' या 'स्टोन' कहा जाता है। जब ये पथरी गुर्दे से निकलकर मूत्रमार्ग में आ जाती है, तो यह दर्द, तकलीफ, और बीमारी के कारण बन जाती है। इसीलिए, समय पर उपचार न किया जाए तो यह समस्या और भी गंभीर हो सकती है।
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पथरी क्यों होती है
हाई सोडियम डाइट: नमक या सोडियम का अधिक सेवन करने से भी किडनी में पथरी बनने का खतरा रहता है।
पानी की कमी: ज्यादा पानी ना पीने से शरीर में कैल्शियम, ऑक्सालेट और दूसरे मिनरल्स की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे गुर्दे की पथरी बनने का खतरा बढ़ जाता है।
हाई प्रोटीन डाइट: अधिक मात्रा में प्रोटीन लेने से यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है, जो गुर्दे की पथरी के निर्माण में मदद करती है।
गुर्दे की पथरी के क्या लक्षण हैं
- पेशाब के साथ दर्द या जलन: गुर्दे की पथरी के लक्षणों में से एक मुख्य लक्षण होता है पेशाब के दौरान दर्द या जलन का अनुभव। यह दर्द आमतौर पर पेशाब के आरंभिक चरणों में होता है और इसे तीव्र या बार-बार पेशाब करने के बाद महसूस किया जा सकता है।
- पेशाब की अधिकता या कमी: गुर्दे की पथरी के अन्य लक्षण में से एक है पेशाब की अधिकता या कमी का महसूस होना। यदि आपको सामान्य से अधिक पेशाब की आवश्यकता महसूस होती है या अगर आपके पेशाब में बंदूकों की संख्या में कमी होती है, तो यह एक संकेत हो सकता है।
- पेट में दर्द या तकलीफ: गुर्दे की पथरी के मरीज़ों को अक्सर पेट के निचले हिस्से में दर्द या तकलीफ का अनुभव होता है। यह दर्द अक्सर हाइड्रोनेफ्रोसिस (गुर्दे के एक प्रकार का संदर्भनात्मक संक्रमण) के साथ जुड़ा होता है और अक्सर पेशाब करने के बाद और लेटने के दौरान अधिक तीव्र होता है।
- उल्टी या नींद की कमी: कुछ मरीज़ों को गुर्दे की पथरी के लक्षणों में से उल्टी या नींद की कमी का अनुभव हो सकता है। यह लक्षण अक्सर शरीर के विशिष्ट रिएक्टिविटी के प्रति प्रतिसाद के रूप में देखा जाता है और बार-बार उल्टियाँ हो सकती हैं।
पथरी का दर्द कहाँ और क्यों होता है
पथरी का दर्द व्यक्ति को अक्सर अचानक होता है और यह बहुत ही तीव्र और असहनीय हो सकता है। यह दर्द पेट के निचले हिस्से में अच्छानक उत्पन्न होता है, जो काम करने और गति में बदलाव करने के दौरान और पेशाब करते समय अधिक होता है।
पेट के दाहिने या बाईं ओर या पीठ के निचले हिस्से में दर्द के साथ-साथ व्यक्ति को बीमारी के लक्षण भी हो सकते हैं, जैसे कि उल्टी, बुखार, या अपेटाइट में कमी। यह दर्द अक्सर पेशाब करने के बाद और पेट के निचले हिस्से में अधिक होता है, क्योंकि गुर्दे के माध्यम से पथरी निकलती है और यह अधिक दर्दनाक हो सकता है।
यह दर्द काफी असहनीय होता है और व्यक्ति को स्थिरता की समस्या उत्पन्न कर सकती है। अगर यह दर्द बहुत ही तीव्र हो रहा है और बार-बार हो रहा है, तो व्यक्ति को तुरंत चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए।
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अगर पथरी का दर्द हो तो क्या करना चाहिए
- पेशाब की अधिकता के साथ अधिक पानी पिएं: अधिक पानी पीने से मूत्रमार्ग की सफाई होती है और पथरी को बाहर निकालने में मदद मिलती है। यह भी रोकता है कि नयी पथरी बने।
- गरम पानी के साथ सेक करें: गर्म पानी की बॉटल या गर्म टॉवेल को पेट के निचले हिस्से पर रखने से दर्द में राहत मिल सकती है। गरमी से राहत मिलने के साथ-साथ, यह गुर्दे को भी उत्तेजित करता है, जिससे पथरी का निष्क्रिय होने में मदद मिलती है।
- डॉक्टर से सलाह लें: अगर दर्द तेज हो रहा है या यह लंबे समय तक बना रहता है, तो डॉक्टर से शीघ्रता से संपर्क करें। उन्हें आपकी स्थिति का मूल्यांकन करने और उपयुक्त उपचार का सुझाव देने की क्षमता होती है।
- दर्दनिवारक दवा लें: डॉक्टर के सलाह अनुसार, दर्दनिवारक दवाएं लें। ये दवाएं दर्द को कम करने और राहत प्रदान करने में मदद कर सकती हैं।
पथरी को ठीक कैसे करें या इसको बनने से कैसे रोकें
पथरी को ठीक करने और इसके बनने से रोकने के लिए कुछ प्राकृतिक घरेलू उपाय निम्नलिखित हैं।
- पानी की मात्रा बढ़ाएं: दिन में 8-10 गिलास पानी पीना एक अत्यंत महत्वपूर्ण उपाय है। पानी के सही मात्रा में पीना गुर्दे की स्वच्छता को बनाए रखता है और पथरी के बनने के खतरे को कम करता है।
- निम्बू का रस: निम्बू का रस पीना भी पथरी के खिलाफ एक अच्छा उपाय है। निम्बू पेशाब में कैल्शियम और पोटेशियम की मात्रा को बनाए रखता है, जो पथरी के जन्म को रोकने में मदद कर सकता है।
- अदरक का रस: अदरक का रस पानी में मिलाकर पीने से भी गुर्दे की स्वच्छता बनी रहती है और पथरी के निर्माण को रोकने में मदद मिलती है।
- अजवाइन का पानी: अजवाइन को पानी में उबालकर पीने से भी गुर्दे की स्वच्छता बनी रहती है और पथरी के निर्माण को रोकने में मदद मिलती है।
- सफ़ेद नमक का उपयोग कम से कम करें: अधिक से अधिक नमक का सेवन करने से शरीर में उन्हें जमा होने की संभावना बढ़ जाती है, जो पथरी के बनने के खतरे को बढ़ा सकती है। इसलिए, सफ़ेद नमक का उपयोग कम से कम करें।
ये घरेलू नुस्खे किसी छोटी पथरी के लिए या फिर पथरी ना बनने देने के लिए तो कारगर हैं, लेकिन यदि कोई बड़ी पथरी है और आप इसका प्राकृतिक इलाज खोज रहे हैं, तो आपको आयुर्वेदिक औषधियों की सलाह लेनी चाहिए। ये औषधियां गुर्दे से पथरी को ठीक करने में मदद कर सकती हैं और पथरी के उत्पादन को रोक सकती हैं।
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आयुर्वेदिक पथरी की दवाई
- पाषाणभेद (Pashanbhed): पाषाणभेद गुर्दे की पथरी को तोड़ने और निकालने में मदद करता है।
- कुल्थी (Kulthi): कुलथी का पानी के साथ सेवन करने से गुर्दे की पथरी दूर करने में सहायता मिलती है।
- वरुणा (Varuna): वरुणा गुर्दे की पथरी के गठन को रोकने में मदद करता है।
- गोखरू (Gokhru): गोखरू किडनी स्टोन को निकालने में असरदार होता है।
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निष्कर्ष
गुर्दे की पथरी एक खतरनाक स्वास्थ्य समस्या हो सकती है, जो अधिक सोडियम, कम पानी पीना, और हाई प्रोटीन आहार की वजह से हो सकती है। यह आमतौर पर पेशाब के दौरान दर्द, पेशाब की अधिकता या कमी, और पेट में दर्द के रूप में प्रकट होती है।
पथरी के लक्षणों को पहचानना महत्वपूर्ण है ताकि समय रहते उपचार किया जा सके। गृह उपचार में पानी की मात्रा बढ़ाना, निम्बू का रस पीना, अदरक का रस सेवन करना, और सफ़ेद नमक की मात्रा को कम करना शामिल है।
आयुर्वेदिक औषधियों में पाषाणभेद, कुल्थी, वरुणा, और गोखरू जैसे उपाय शामिल हैं, जो पथरी को निकालने और रोकने में मदद कर सकते हैं। Centofizz जैसी आयुर्वेदिक दवा भी उपलब्ध है, जो पथरी को निकालने और गुर्दे की स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद कर सकती है।
अंत में, सही आहार, प्राकृतिक उपचार, और डॉक्टर की सलाह का पालन करके, हम गुर्दे की पथरी जैसी समस्याओं को नियंत्रित कर सकते हैं और अपने स्वास्थ्य को बनाए रख सकते हैं।